Archive for गीत एवं गज़ल

हिन्दोस्तान की हम हैं शान

नज़र उठाई धरा पर जिसने आँख फोड़ कर आयेंगे|
गर दुश्मन ने हाँथ उठाया खून की नदी बहाएंगे |
दिल में एक तूफ़ान छिपा है सीना है फौलादी|
हमको अपनी जान से प्यारी है अपनी आज़ादी|
भारत की सेना के हम जवान, हिन्दोस्तान की हम हैं शान|

टाईगर हिल पर किया जब कब्ज़ा दुश्मन ने इतरा के|
पल में दूर खदेडा उसको वो बिखर गया छितरा के|
पैर हमारे नहीं बांधते राखी, कुमकुम, चंदन रोली|
बंदूकों से मने दीवाली और दुश्मन के खून से होली|
अपनी जान की हमें न परवाह, हम ले लें दुश्मन की जान|
भारत की सेना के हम जवान, हिन्दोस्तान की हम हैं शान|

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